बुलंदशहर जिला कारागार में महिला बंदियों के साथ रह रहे 6 वर्ष से कम उम्र के बेगुनाह मासूम बच्चों ने जेल की ऊंची ऊंची चाहरदीवारी के बाहर की दुनियां नहीं देखी। उनके लिए बाजार, चिल्ड्रेन पार्क, विभिन्न प्रकार की गाडियां, झूले आदि अजूबे ही हैं।
इस तरह की जिन्दगी उनके भविष्य, उनकी मानसिक, वैचारिक एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास में रोड़ा न बने तथा वह भी जेल के बाहर आने पर समाज के साथ घुलमिल सके एवं अपना भविष्य उज्जवल कर सके, इसी उद्देश्य से उन्हें जेल के बाहर खुली दुनियां दिखाने के लिए स्थानीय चिल्ड्रेन पार्क की सैर कराई।
उन्हें किसी तरह का खतरा या हानि न हो इसका विशेष ध्यान रखा गया, और अधीक्षक मिजाजी लाल स्वयं साथ रहे।
बच्चों ने विभिन्न प्रकार के अनेकानेक झूलो का आनन्द लिया। टाय ट्रेन की सवारी की। बच्चों को खुशी से उछलते कूदते-खेलते देखकर सभी की आंखें भर आई।