शासन के निर्देश पर मदरसों की जांच की आंच अब देवरिया पहुंच चुकी है जहां अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के नेतृत्व में बनी टीम द्वारा जिले के गैर मान्यता प्राप्त कुछ मदरसों की जांच पड़ताल शुरू की गयी है जहां अबतक जिले में दर्जनों गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची बनी है जहां पर अधिकारी टीम बनाकर जांच कर रहे हैं सबसे अधिक मदरसे देवरिया जिले के देसही और पथरदेवा ,गौरी बाजार विकास खंड में संचालित हो रहे है जब जांच करने वाली टीम आज सबसे पहले देसही देवरिया के मदरसा अरबिया ऐसा अतुल इस्लाम बरवा मीरछापर पहुंची तो जांच में यह खुलासा हुआ कि इस मदरसे के हॉस्टल में कुल 30 बच्चे रहते हैं जिसमें सबसे ज्यादा 17 बच्चे बंगाल के रहने वाले है बाकी बच्चे बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और इसके संचालक भी बंगाल के हैं इस मदरसे में उर्दू अरबी हिंदी अंग्रेजी की पढ़ाई होती है
वही यहां के संचालक ने बताया कि मदरसों का पूरा संचालन चंदे के पैसे से होता है और गांव के आसपास के लोग इन्हें राशन और खाने पीने का सामान भी उपलब्ध कराते हैं और साल में तकरीबन लाखों रुपयों का चंदा मिलता है और इसी से यहां का पूरा इंतजाम किया जाता है वही जब गौरीबाजार ब्लॉक के जमीतुल अतरडीहा मदरसे की जांच की गई तो इस मदरसा 16 बच्चें है जिसमे 10 बच्चे देवरिया व 6 बच्चे अररिया विहार के है वही जांच के दौरान अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मदरसे में पढ़ने वाले कई बच्चों का जब टेस्ट हिंदी और गणित का टेस्ट लिया तो बच्चों ने कुछ जबाब दिया और नही बता पाए । अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि शासन के निर्देश पर मदरसों की जांच की जा रही है यह मदरसे जो जांच किए गए हैं यह गैर मान्यता प्राप्त है 12 बिंदुओं पर जांच की जा रही है इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी इनके की फंडिंग के बारे में भी बताया कि जांच कराया जाएगा शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी