fbpx

राजधानी में सीसीटीवी कैमरों के वास्तविक आंकड़ों में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बयानों में विरोधाभास।- चौ0 अनिल कुमार

नई दिल्ली, 28 मार्च 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को गुमराह करने के लिए पिछले 8 वर्षों से लगातार झूठ बोल रहे है और दिल्ली में सीसीटीवी लगाने के झूठ का पर्दाफाश दिल्ली विधानसभा के बजट में जवाबदेही से साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने 4 दिसम्बर 2021 में मीडिया के सामने बयान दिया कि हम 1 लाख 40 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहे है और 2 लाख 75 सीसीटीवी कैमरे लग चुके है, मतलब मुख्यमंत्री अनुसार 4 लाख 25 हजार सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगाए जाऐंगे, जबकि आज बजट सत्र 2022 में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दिल्ली में 2 लाख 75 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झूठ की बुनियाद पर बनी आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के राजधानी में सीसीटीवी कैमरे लगाने से संबधित मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बयानों में विरोधाभास है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और अपराध को कम करने की दृष्टि से अरविन्द केजरीवाल सत्ता में आते ही दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के बयान दिए था जिसके प्रचार में लाखों रुपये विज्ञापन पर खर्च कर दिए थे। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की संख्या में दिल्ली सरकार के मंत्रियों में जानकारी की कमी यहीं नही थमी, बजट से पूर्व जनवरी 2022 मंत्री सत्येन्द्र जैन ने यह बयान दिया कि मुख्यमंत्री ने बताया है 2 लाख 80 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने है जबकि फरवरी 2020 में मुख्यमंत्री ने स्वयं वर्चुअल मीडिया बैठक में कहा कि डेढ़ लाख सीसीटीवी कैमरे लग चुके है और डेढ़ लाख कैमरे लगाऐ जाऐंगे।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार की वास्तविकता यह है इन्हें प्रशासनिक व्यवस्था की सही जानकारी ही नही है क्योंकि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पीडब्लूडी मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगने और लगाने में आंकड़ों में अंतर है। उन्होंने कहा कि राजधानी में सीसीटीवी लगाने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के कार्यकाल में राजधानी में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है जबकि महिलाओं के साथ अपराधिक घटनाओं और यौन उत्पीड़न की वारदातों की संख्या दुगने से भी अधिक की बढ़ोतरी हुई, जबकि जांच के समय सीसीटीवी कैमरे निष्क्रिय दिखाई पड़ रहे है, मतलब बंद पड़े है। उन्होंने कहा कि राजधानी में सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के नाम पर मात्र एक संख्या का काम कर रहे है।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि महिला सुरक्षा के नाम पर सीसीटीवी कैमरे के खेल में दिल्ली सरकार ने अपना खजाना भरने के अलावा कुछ नही किया। करोड़ो रुपये का भ्रष्टाचार और प्रचार पर खर्च किए गए और सीसीटीवी के आंकड़े बताकर केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को गुमराह किया है, सीसीटीवी कैमरों की असलियत दिल्ली में बढ़ रहे अपराध बता रहे है कि इसे क्षेत्र में कोई काम हुआ ही नही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.