दिल्ली पुलिस मामले की निष्पक्षता से जांच करे और दोषियों को सजा दें -चौ. अनिल कुमार
नई दिल्ली, 17 अप्रैल, 2022- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगों के जख्म अभी मिटे भी नहीं थे कि जहांगीरपुरी में कल हनुमान जन्म उत्सव शोभा यात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक दंगों ने दिल्ली को फिर से कलंकित कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को बेदाग छवी रूप में जाना जाता था, लेकिन दो साल के भीतर, यह नाम भाजपा नेताओं के स्वार्थी उद्देश्यों के भड़काऊ भाषणों के कारण दिल्ली को “दंगों का शहर” बना दिया है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में कोविड -19 महामारी कहर बरपा रही थी तो उस दिल्ली में कोविड -19 महामारी कहर बरपा रही थी तो उस समय भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान अपनी जिम्मेदारियों से भाग खड़े हुऐ थे।
डीपीसीसी कार्यालय राजीव भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौ. अनिल कुमार ने विशेष रूप से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शांति बनी रहे और राजनीतिक अपराधियों द्वारा प्रसारित किए जा रहे भड़काऊ ट्वीट्स और वीडियो से लोग प्रभावित न हों, जो तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए समुदायों और लोगों के बीच नफरत की दीवार खड़ा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि जब लोग कोविड-19 महामारी, महंगाई और बेरोजगारी से चिंतित है, तो ऐसे में लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करके उन्हें हिंसा में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है। आज की इस प्रैसवार्ता में दिल्ली कांग्रेस कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज एवं दिल्ली कांग्रेस कम्युनिकेशन विभाग वाइस चेयरमैन श्री परवेज आलम भी उपस्थित थे
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि अगर दिल्ली जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में दो साल में दूसरी बार सांप्रदायिक झड़पें हो सकती हैं, तो यह खुफिया विफलता और दिल्ली पुलिस, विशेष सुरक्षा बल और सुरक्षा एजेंसियों की विफलता के सबूत है। उन्होंने कहा कि शोभा यात्रा के लिए अनुमति मिलने पर जहांगीरपुरी में व्याप्त शान्ति को भंग करने के लिए कुछ असमाजिक तत्वों ने जनता को भड़काया।
चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद और दिल्ली पुलिस को पिछले 15 दिनों में यूपी, मध्य प्रदेश, बंगाल और कर्नाटक में रामनवमी में हुऐ दंगों से कुछ सबक लेना चाहिए था और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद को दिल्ली में इस तरह के दंगे न हो एहतियाती कदम उठाने चाहिए थे। लेनिक प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने रामनवमी हिंसा में एहतियात बरतने के बारे में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व में 13 प्रमुख विपक्षी नेताओं के विचारों का समर्थन नहीं किया और चुप्पी साध कर बैठे रहें। उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद को दिल्ली की जनता की सुख शान्ति से कोई सरोकार नहीं है, क्योंकि उन्हें सिर्फ अपनी और अपनी पार्टी की चिंता है।
चौ. अनिल कुमार ने कहा कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसा की दिल्ली पुलिस द्वारा जांच की जाए और दोषियों को सजा दी जाए और राजनीतिक दबाव के कारण किसी भी निर्दोष व्यक्ति को न फंसाया जाए।