नई दिल्ली, 11 अप्रैल, 2022 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के साथ-साथ भाजपा की मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार द्वारा सीएनजी की कीमतों में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी के कारण दिल्ली के हजारां ऑटो-टैक्सी ड्राईवरों ने दिल्ली सचिवालय पर मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से दिल्ली में सीएनजी की कीमतों को कम करने के लिए सांकेतिक हड़ताल की, क्योंकि सीएनजी की दरों में बढ़ोतरी से ऑटो, टैक्सी, कैब चालकों को रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पिछले एक महीने में 9 बार सीएनजी के दाम 12.10 रुपये बढ़ाने के बाद सीएनजी प्रति किलो 69.11 रुपये में मिल रही है जिससे दिल्ली के लगभग एक लाख ऑटो चालक प्रभावित हो रहे है।
ऑटो यूनियन के प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के साथ दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा, राजेन्द्र सोनी, कांग्रेस प्रवक्ता डा0 नरेश कुमार, अनुज आत्रेय, विक्रम लोहिया, ओला उबर टैक्सी यूनियन के रवि राठौर, सुमेर अम्बाला, ऑटो यूनियन के पदाधिकारीतजिन्दर सिंह, अमित कौशिक, सुमित भारद्वाज सहित सैंकड़ो ऑटों चालक मौजूद थे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली ऑटो चालकां की मुख्य मांग में सीएनजी की दरों को कम करने के साथ ट्रांसपोर्ट अथारिटी द्वारा हो रहे अत्याचार और भ्रष्टाचार को खत्म करने की मांग भी है। उन्होंने कहा कि चालान के बाद ऑटो चालकों का ऑटो 15 दिन के लिए उठाकर बंद कर दिया जाता है और जब चालक ऑटो छुड़ाने जाते है तो बिना रिश्वत लिए ऑटो रिलीज नही किया जाता। उन्होंने कहा कि 15 दिनों तक कमाई का साधन ऑटो नही मिलने पर गरीब ऑटो चालक का परिवार पूरी तरह से प्रभावित होता है और उनके आगे अजीविका का संकट खड़ा हो जाता है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अथारिटी मौके पर ऑटो चालकों का चालान करके उनके ऑटो को बंद करने पॉलिसी में बदलाव लाकर 5000 की जुर्माना राशि को कम करना चाहिए ताकि ऑटो चालक परिवार को आर्थिक रुप से प्रभावित होने से बचाया जा सके।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ऑटो चालकों की मांग सीएनजी पर सब्सिडी को पूरा करके दिल्लीवालों को राहत दे क्योंकि सब्सिडी देने के बाद ऑटो रिक्शा चालक किराऐ में बढ़ोतरी की मांग को वापस ले लेंगे। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि मोदी-केजरीवाल के शासन में अपने हक की आवाज उठाने की किसी की हिम्मत नही है, इनके तानाशाह शासन से गरीब, मध्यम व निम्न वर्ग पूरी तरह प्रभावित है। उन्हांने कहा कि दिल्ली ऑटो रिक्शा यूनियन का यह कहना है कि यदि सीएनजी की दरों पर सब्सिडी देकर राहत नही दी गई तो 18 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगे जिसकी जिम्मेदारी केन्द्र व दिल्ली सरकार की होगी।