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पोस्ट लगा कर चोरी का चोरी करने का सिलसिला जारी एक बार फिर पुलिस को दी चुनौती

गांव में पोस्टर लगने का दौर इस कदर जारी है कि पुलिस को चोर खुली चुनौती…

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने नभोई, गांधीनगर (गुजरात) में भाजपा किसान मोर्चा के तत्वाधान में आयोजित “नमो किसान पंचायत: ई-बाइक” कार्यक्रम को लॉन्च किया

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज मंगलवार को नभोई (गांधीनगर) के पटेल…

भारतीय भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी द्वारा नई दिल्ली में आयोजित “एक शाम, अश्विनी के नाम” 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी ने आज, शनिवार को नई दिल्ली स्थित कमानी ऑडिटोरियम में पत्रकारिता जगत के एक मजबूत स्तंभ, उत्कृष्ट राष्ट्रवादी, भाजपा के पूर्व सांसद और पंजाब केसरी के मुख्य सम्पादक स्वर्गीय अश्विनी चोपड़ा जी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम “एक शाम, अश्विनी के नाम” कार्यक्रम में भाग लिया और अश्विनी चोपड़ा जी के कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की। श्री नड्डा ने कहा कि आज हम सब अश्विनी चोपड़ा जी की 66वीं जयंती मना रहे हैं। उनका व्यक्तित्व सदा हम सबके साथ है। वे “दोस्तों के दोस्त” थे – उनके पूरे व्यक्तित्व को यही तीन शब्द बयां करने के लिए काफी है। वे सदा अपने दोस्तों को मदद करने के लिए तैयार रहते थे। “इटस माई लाईफ” पुस्तक शीर्षक की तरह अश्विनी जी ने अपनी जिदंगी को जीया। अश्विनी जी हमारे बीच नहीं है किन्तु उनकी यादें हमारे बीच तरोताजा है। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अश्विनीजी का जीवन सफर आदर्शों एवं मूल्यों की पत्रकारिता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। वे प्रखर राष्ट्रवादी और निर्भीक एवं निष्पक्ष पत्रकार थे। वे एक भावनात्मक व्यक्तित्व के साथ कठोर निर्णय लेने वाले व्यक्ति भी थे। देश और समाज क्या चाह रहा है और क्या जरूरत है, वे उसे अच्छी तरह से जानते और समझते थे। श्रद्धेय लाला जगत नारायण जी और शहीद रमेश चंद्र जी के निधन के पश्चात् अश्विनी जी ने बैट–बॉल छोड़ जिस तरह से देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई और पत्रकारिता जगत को एक नया आयाम दिया, वह अपने आप में प्रेरणा का उद्गम है। वे मजबूत कलम के सिपाही थे जो हमेशा सच्चाई और राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत के साथ खड़े रहते थे। श्री नड्डा ने कहा कि जब किसी को कैंसर की बीमारी की जानकारी होती है तो अक्सर लोग टूट जाते हैं किन्तु अश्विनी जी कैंसर के ऑपरेशन कराने के बाद भी लोगों के सामने जिंदादिली से मिलते थे। जब वे कैंसर से जूझ रहे थे, जीवन से संघर्ष कर रहे थे, तब भी उनकी जीवटता, ओजस्विता और समाज के लिए कुछ करने की ललक देखने लायक थी। अश्विनी जी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की कार्यसंस्कृति, गरीब कल्याण की नीति और भारतवर्ष को विश्व का निर्णायक राष्ट्र बनाने की सोच के कायल थे। उन्होंने हम सबको देश और समाज के लिए हमेशा कटिबद्ध भाव से काम करते रहने के लिए प्रेरित किया।