यूपी के बलिया में अपने ही ससुराल में देश के प्रथम राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉo राजेंद्र प्रसाद व उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय राजमाता राजवंशी देवी 1999 से बोरे में कैद है। लेकिन किसी भी राजनेता के पास देश के प्रथम राष्ट्रपति का मूर्ति उद्घाटन के लिए समय नहीं है। उनके पपौत्र का कहना है कि देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉo राजेंद्र प्रसाद की धर्मपत्नी राजमाता राजवंशी देवी की प्रतिमा आपके बलिया जनपद के 45 किलोमीटर दूर थाना दोकटी क्षेत्र के ग्राम रामपुर में 1999 से स्थापित है मूर्ति 12 मई 1997 में बाल विकास पुष्टाहार मंत्री हरि कृष्ण श्रीवास्तव द्वारा शिलान्यास किया गया था। 1999 में बनारस से संगमरमर की प्रतिमा बनाकर 1999 में स्थापना किया गया था तत्पश्चात 1999 से लेकर 2023 तक कितने बार हम लोगों ने ज्ञापन और पत्रक राजनेताओं को उद्घाटन के लिए दिया है। लेकिन माननीयों के पास समय नहीं मिला है कि उक्त प्रतिमा का एक घंटे आकर प्रतिमा का अनावरण करें । अभी भी प्रतिमा डाo राजेंद्र प्रसाद व राजवंशी देवी का बोरे में बंद है प्रतिमा को खोलने के लिए किसी भी राजनेता के पास समय नहीं है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और महामहिम राज्यपाल महोदय को भी अनावरण करने के लिए लेटर आया था। लेकिन प्रशासन की लापरवाही से लीपा पोती कर प्रतिमा का अनावरण न होने के संदर्भ में गलत तरीके से रिपोर्ट लगाकर भेज दिया गया। जब मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह थे उनका भी समय मिला था उक्त प्रतिमा का अनावरण नहीं हुआ हमने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी जिक्र किया था उन्होंने बताया की प्रतिमा का अनावरण हम कर देंगे लेकिन अभी तक प्रतिमा का अनावरण नहीं हुआ जिलाधिकारी महोदय को कई बार पत्रक दे चुके हैं लेकिन अभी तक प्रतिमा की ऐसी स्थिति है राजेंद्र प्रसाद और राजवंशी देवी की जो घास फूस झाड़ झंखाड़ में राजेन्द्र प्रसाद और राजवंशी देवी की प्रतिमा पड़ी है। इससे दुःखद बात हम क्या कर सकते हैं हम आज भी जिलाधिकारी को पत्रक देने आए हैं लेकिन हम जानते हैं कि कुछ होने वाला नहीं है भगवान भरोसे अगर हो गया तो इस भाजपा राज्य में हम चाहते हैं कि राजेंद्र प्रसाद और राजवंशी देवी की प्रतिमा अपने स्तर से जिन पद पर राजेंद्र बाबू व राजवंशी देवी थी उस स्तर के नेता से प्रतिमा का उद्घाटन हो।